पत्थर पर प्राचीनतम शिलालेख ब्राह्मी लिपि में थे। ब्राह्मी लिपि एक प्राचीन भारतीय लिपि है जिसका उपयोग भारत, नेपाल, श्रीलंका, बांग्लादेश, पाकिस्तान, और इंडोनेशिया में किया जाता था। ब्राह्मी लिपि से ही कई अन्य लिपियाँ विकसित हुई हैं, जिनमें देवनागरी, गुजराती, मराठी, और बांग्ला शामिल हैं।
ब्राह्मी लिपि के सबसे प्राचीन शिलालेख भारत के उत्तर-पश्चिमी भाग में पाए गए हैं। ये शिलालेख तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व के हैं। इन शिलालेखों में धार्मिक और शासकीय घोषणाएँ शामिल हैं।
ब्राह्मी लिपि का उपयोग करने वाले कुछ अन्य प्राचीन शिलालेखों में शामिल हैं:
- सोनभद्र शिलालेख: यह शिलालेख भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के सोनभद्र जिले में स्थित है। यह शिलालेख तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व का है।
- अशोक के शिलालेख: यह शिलालेख भारत के कई हिस्सों में पाए गए हैं। ये शिलालेख तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व से दूसरी शताब्दी ईस्वी के हैं।
- ईसा पूर्व 200 का शिलालेख: यह शिलालेख श्रीलंका के अमरावती में स्थित है। यह शिलालेख प्राकृत भाषा में लिखा गया है।
ब्राह्मी लिपि भारत के इतिहास और संस्कृति के लिए एक महत्वपूर्ण लिपि है। यह लिपि हमें प्राचीन भारत की संस्कृति और इतिहास के बारे में जानने में मदद करती है।